shiv chalisa lyricsl for Dummies
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शक्ति और समृद्धि का प्रतीक श्री दुर्गा बीसा यंत्र मां दुर्गा को जल्द प्रसन्न करने के लिए आज ही घर में स्थापित करें शक्तिशाली दुर्गा बीसा यंत्र!
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
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जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के more info लंक विभीषण दीन्हा॥
नित्त नेम उठि प्रातः ही, पाठ करो चालीसा।
अर्थ: हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, more info सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित अवसर। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।
शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं।